रसायन विज्ञान विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वेब कॉन्फ्रेंस सम्पन्न
राजनांदगांव: शासकीय कमला देवी राठी स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय,राजनांदगांव में रसायन विज्ञान विभाग द्वारा 02 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेब कॉन्फ्रेंस का आयोजन दिनांक 10 एवं 11 अगस्त 2021 को किया गया । इस कार्यक्रम का शुभारम्भ हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति माननीय डॉ.अरूणा पल्टा द्वारा किया गया । उन्होंने इस अवसर पर कहा कि रसायन विज्ञान के विभिन्न आयामों के प्रगति एवं उपयोग विषय पर यह अंतर्राष्ट्रीय वेब कॉन्फ्रेंस हमारे प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के ज्ञान विकास में सहायक होगी । आज शोध की दुनिया में बहुआयामी विषयों पर अंर्तवर्तीय विभागों के बीच सहकारी शोध आवश्यकता है । कार्यक्रम की अध्यक्ष राजनांदगांव की महापौर तथा कमला कॉलेज जनभागीदारी की अध्यक्ष श्रीमती हेमा देशमुख ने कहा कि विश्व के 09 देशों तथा भारत के 18 राज्यों से कार्यक्रम में जुड़े सभी विद्वत्जनों तथा वैज्ञानिकों का मैं स्वागत करती हूं और उम्मीद करती हूं कि यह कॉन्फ्रेंस समाज में आने वाली नई समस्याओं को हल करने में सहायक होगी । कार्यक्रम के विशेष अतिथि और विषय प्रवर्तक इबन जोहर विश्वविद्यालय, ऐट मेलोलर, मोरक्को केे प्रो.ब्राहिम अल इब्राहिमी ने कहा कि रसायन विज्ञान जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उपयोगी है और यह कॉन्फ्रेंस अन्य देशों के साथ शोध को प्रोत्साहित करेगी । कार्यक्रम के विशेष अतिथि आमंत्रित विद्वान कारशी स्टेट युनिवर्सिटी, कुचाबोग, उजबेकिस्तान के डॉ.एलयोर बर्डीमुरोडोव ने कहा कि विज्ञान मानवता के बेहतरी के लिए कोविड-19 के दौरान विशेष उपयोगी सिद्ध हुआ है और नए शोध तेजी से हो रहे है । कार्यक्रम के विशेष अतिथि एवं आमंत्रित वक्ता, पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर डॉ.कमलेश कुमार श्रीवास ने कहा कि यह कॉन्फ्रंेस ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं के लिए अत्यन्त उपयोगी होगी । डॉ.कमलेश श्रीवास ने नैनो टेक्नोलॉजी के भस्म प्रकरण सहित आधुनिक उपयोग पर विस्तार से प्रकाश डाला। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0सुमन सिंह बघेल ने स्वागत करते हुए कहा कि हमारे महाविद्यालय का यह पहला कॉन्फ्रेंस है जिसमें भारत के अलावा अन्य कई देशों के विद्वान एवं शोधार्थी भाग ले रहे है ये हमारे गौरव की बात है । यह कॉन्फ्रेंस शोधार्थियों को नई दिशा एवं नए मौके देने में सहायक होगी, ऐसी मुझे उम्मीद है । कार्यक्रम के समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो.शैलेन्द्र सिंह कुलपति शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर ने कहा कि आज शोध में सांख्यिकी विश्लेषण की महत्ता बढ़ रही है और शैक्षणिक संस्थानों की गतिविधियों एवं विशेषताओं को आम जनता तक पहुंचाने का वेब कॉन्फ्रेंस एक अच्छा माध्यम हो सकता है । समापन समारोह की विशेष अतिथि रसायन विज्ञान की प्रसिद्ध विद्वान डॉ.हेमलता मोहबे ने कहा कि रसायन विज्ञान जल विश्लेषण, मृदा विश्लेषण एवं पर्यावरण से संबंधित विषयों पर शोध पत्र पढ़े गए जो कि मानव मात्र के अत्यंत उपयोगी है । कार्यक्रम की विशेष अतिथि गुरूघासी दास क्रेन्द्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर की रसायन विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ.चारू अरोरा ने कहा कि ग्रीन केमेस्ट्री, मेटल आर्गेनिक फ्रेम वर्क के निर्माण एवं उपयोग पर जानकारी दी । कार्यक्रम के विशेष अतिथि डॉ.राजेन्द्र ठाकुर सीनियर साईंटिस्ट सेन्ट्रल साल्ट एण्ड मेरिन कैमिकल रिसर्च इंस्ट्रीट्यूट सी.एस.आई.आर भावनगर, गुजरात ने कहा कि आधुनिक विश्व में समुद्र में मिलने वाली एलगी से विभिन्न प्रकार की दवाएं बनाई जा रही है और भारतीय समुद्र में भी औषधीय उपयोग वाली 100 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। कार्यक्रम के संयोजक डॉ.ओंकार लाल श्रीवास्तव ने सभी आमंत्रित अतिथियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि बिना गणित के सामाजिक विज्ञान सहित रसायन विज्ञान के भी अनुप्रयोग को सिद्ध करना सम्भव नहीं है और आधुनिक विश्व में कृत्रिम बौद्धिकता ने सामाजिक विकास को प्रोत्साहित किया है उन्होंने कार्यक्रम में जुड़े भारत सहित 09 देशो एवं 18 राज्यों के प्राध्यापकों एवं शोधार्थीयों को धन्यवाद दिया और बताया कि इस कार्यक्रम में कुल 685 लोग पंजीकृत हुए और 41 शोध आलेख पढ़े गए । कार्यक्रम के आयोजन सचिव एवं सहायक प्राध्यापक शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव डॉ.डाकेश्वर वर्मा ने कहा कि महापौर जी एवं महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.सुमन सिंह बघेल के विशेष सहयोग से यह कार्यक्रम मूर्त रूप ले पाया है । इन दो दिनों में रसायन शास्त्र के मॉर्रिकुलर मॉडलिंग, नैनो मटेरियल, सुपर कैपेसिटस, कार्बन नैनो ट्यूब, आर्गेनिक सेंथेटिक्स, एम.ओ.एफ., क्यू.एस.आर. एवं डॉकिंग सिस्टम के विकास एवं अनुप्रयोग पर कॉन्फ्रेंस पर विशेष चर्चा हुए जिसमें शोधार्थी, वैज्ञानिक एवं छात्राएं विशेष रूप से लाभान्वित हुई होगी । कार्यक्रम का संचालन आयोजन की संयुक्त सचिव कु.सोनाली लोया ने किया और टेक्नेकिल सत्रों में धन्यवाद ज्ञापन श्री अमित देवांगन संयुक्त सचिव एवं श्री कुलेश्वर पटेल संयुक्त सचिव द्वारा किया गया।